जय बोलो पत्नी जी की ,जय जय बोलो घरवाली की ....
गुरुवार, 24 जुलाई 2014
जिंदगी एक गुमनाम सफर है
जिंदगी एक गुमनाम सफर है दोस्तों ,
जहाँ एक मिलता है हमसफ़र ,
तो कोई दूर जाता है ,
होता है कोई दिल के करीब तो ,
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