जिंदगी उदास हो गयी
जिंदगी उदास हो गयी, उनके जाने के बाद
पर जब थे साथ मे , तब भी थे बर्बाद |
जिंदगी ..........................................
भागते रहते थे , यू नज़रे छुपाकर ,
पर कभी ना अहसास, ना होने दिया जताकर ,
दिल की बात दिल मे रखी, किया नही संवाद |
जिंदगी...............................................
प्यार था दिल में , मगर कड़की थी पॉकेट में ,
देखना चाहते थे हरदम , उनको गुलाबी जैकेट में ,
सौ रंग सजाया सपनो में ,पर हरदम हुआ विवाद ।
जिंदगी .....................................……
पुरानी बात हो गयी , ख़ुशी जाती रही हरदम ,
डूबकर कर्जे में यूँ , गाते रहे सरगम ,
हम भी थे मुहब्बत में , पर हो न सके आबाद ।
जिंदगी …………………………………
लेखक - अमित प्रकाश तिवारी 'नादान '